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कोशिका विज्ञान (CYTOLOGY)

कोशिका विज्ञान (CYTOLOGY)

शरीर की संरचनात्मक एव क्रियात्मक इकाई – CELL

कोशिका का अध्यन – CYTOLOGY

कोशिका के खोजकर्ता –

  • रोबर्ट हूक (1665) - मृत कोशिका की खोज कॉर्क से (पेड़ की छाल से)
  • ल्यूवेनहोक (1674) - जीवित कोशिका की खोज। इन्हें FATHER OF MICROBIOLOGY कहते है। इन्होंने जीवाणु और शुक्राणु की खोज की थी।

कोशिका सिद्धान्त (1838 – 1839) – कोशिका विज्ञान

प्रवर्तक – शलिडन एव श्वान

शलिडन – पादप वैज्ञानिक

स्वान – जंतु वैज्ञानिक

रुफोल्ड विर्चो – “नई कोशिका का निर्माण पूर्ववर्ती कोशिका से होता है या OMNIS CELLULA E CELLULA”

NOTE – कोशिका सिद्धान्त के अपवाद – VIRUS

कोशिका > ऊतक > अंग > तंत्र > शरीर

कोशिकाओं की विशेषताएँ

  • सजीव जगत की सबसे बड़ी कोशिका – शुतुरमुर्ग के अंडे (OSTRICH)
  • सजीव जगत की सबसे छोटी कोशिका – माइकोप्लाज्मा गेलीसेप्टिकम (PPLO – PLEURO PNEUMONIA LIKE ORGANISM)
  • शरीर की सबसे बड़ी कोशिका – अण्डाणु / OVUM
  • शरीर की सबसे छोटी कोशिका – शुक्राणु / SPERM
  • शरीर की सबसे लंबी कोशिका – तंत्रिका कोशिका / NEURON
  • पादपों में सबसे लंबी कोशिका – बोहमेरिया निबिया के तन्तु
  • सर्वाधिक पुनरुद्भवन की क्षमता – यकृत कोशिका
  • सबसे कम पुनरुद्भवन की क्षमता – मस्तिष्क कोशिका

कोशिका विज्ञान के भाग

  • कोशिका झिल्ली / प्लाज्मा झिल्ली / CELL MEMBRANE
  • जीवद्रव्य / प्रोटोप्लाज्म
    • अ. कोशिका द्रव्य / CYTOPLASM
    • ब. केन्द्रक / NUCLEUS

कोशिका झिल्ली – कोशिका विज्ञान

यह चयनात्मक, पारगम्य झिल्ली है। यह फास्फोलिपिड (प्रोटीन + वसा/FAT) की बनी होती है।

कोशिका झिल्ली के मॉडल

  • सेन्डविच मॉडल – डेनियल, डेविडसन
  • इकाई कला मॉडल – रॉबर्टसन
  • तरल मौजेक मॉडल – सिंगर, निकोल्सन (कोशिका झिल्ली का सर्वमान्य मॉडल)

कोशिका झिल्ली के कार्य

  • कोशिकांगों को सुरक्षा प्रदान करना
  • END OCYTOSIS – यानी पदार्थों को अंदर ग्रहण करना
  • फेगोसाइटोसिस – ठोस पदार्थों को अंदर ग्रहण करना
  • पिनोसाइटोसिस – तरल पदार्थों को अंदर ग्रहण करना

कोशिका भिति / CELL WALL

यह केवल पादप कोशिकाओं में पाई जाती है। NOTE: जंतु कोशिका में कोशिका भिति नहीं पाई जाती है।

CELL WALL मुख्यतः सेल्यूलोस की बनी होती है।

NOTE: शैवाल / ALGEE में – सेल्यूलोस, कवक / FUNGAL में – काइटिन, जीवाणु में म्यूकोपेप्टाइड और पेप्टीडोग्लाइकेन की।

CELL WALL के कार्य

  • कोशिका को सुरक्षा प्रदान करना
  • कोशिका को आकार प्रदान करना

जीवद्रव्य / PROTOPLASM – कोशिका विज्ञान

खोजकर्ता – कार्ती, डुजार्डीन

जीवद्रव्य में 34 प्रकार के तत्व पाए जाते हैं जिनमें से ऑक्सीजन सर्वाधिक मात्रा में पाया जाने वाला तत्व है:

  • O – 62 %
  • C – 20 %
  • H – 10 %
  • N – 2 %
  • कुल 94 %

जीवद्रव्य में अन्य पदार्थ

  • जल – 65 से 70 %
  • प्रोटीन – 10 से 15 %
  • न्युक्लिक अम्ल – 5 से 7 %
  • कार्बोहाइड्रेट – 3%
  • वसा – 2 %

कोशिका द्रव्य / CYTOPLASM

यह कोशिका झिल्ली व केन्द्रक के मध्य पाया जाता है। कोशिका द्रव्य में कोशिकांग पाए जाते हैं।

माइटोकॉन्ड्रिया

दोहरी झिल्ली युक्त होता है। खोजकर्ता – कोलिकर। अल्टमान ने BIOPLAST नाम दिया। चार्ल्स बेंडा ने MITOCHONDRIA नाम दिया था।

माइटोकॉन्ड्रिया को कोशिका का POWER HOUSE भी कहते हैं। इसमें DNA एवं राइबोसोम पाया जाता है।

MITOCHONDRIA के अंदर की झिल्ली वलित होकर अंगुलिनुमा संरचना बनाती है जिसे क्रिस्टी कहते हैं।

क्रिस्टि पर F1 कण पाए जाते हैं। कोशिका का सबसे व्यस्ततम कोशिकांग है।

लवक / PLASTID

दोहरी झिल्ली युक्त होता है। खोजकर्ता – हैकल। यह केवल पादप कोशिकाओं में पाया जाता है। जंतु कोशिका में अनुपस्थित होता है।

लवक में DNA एवं राइबोसोम भी पाया जाता है।

लवक 03 प्रकार के होते हैं:

  • अवर्णिलवक / LEUCOPLAST – यह रंगहीन होता है। यह भूमिगत जड़ एवं तनों में पाया जाता है। कार्य – खाद्य पदार्थो का संग्रह करना।
  • AMYLOPLAST – कार्बोहाइड्रेट का संग्रह
  • ALEUROPLAST – प्रोटीन का संग्रह
  • ELIOPLAST – वसा का संग्रह
  • वर्णिलवक / CHROMOPLAST – यह रंगीन होता है। जैसे पुष्प व फूलों का रंग।
  • NOTE: टमाटर व मिर्च का लाल रंग वर्णिलवक लाइकोपीन के कारण होता है। मिर्च का लाल रंग – केप्सेपिन के कारण। मिर्च का तीखापन – केप्सेसिन के कारण।
  • NOTE: गाजर का नारंगी रंग – केरोटीन के कारण। गाजर का लाल रंग – एंथोसायनिन के कारण। हल्दी का पीला रंग – कुरकुमीन के कारण होता है।

हरितलवक / CHLOROPLAST

यह सबसे बड़ा कोशिकांग है। इसके कारण पतियों का हरा रंग होता है। इसे पादपों का रसोईघर कहते है।

हरितलवक में MG तत्व पाया जाता है। प्रकाश संश्लेषण की प्रकाशिकी अभिक्रिया थैलेकोइड (ग्रेना) में सम्पन्न होती है। प्रकाश संश्लेषण की अप्रकाशित प्रकिया स्ट्रोमा में सम्पन्न होती है।

QUE. प्रकाश संश्लेषण के समय मुक्त होने वाली ऑक्सीजन गैस कहा से आती है ?

(अ) CO2 (ब) जल (स) वायुमंडल ( ब √)

व्याख्या – जब CO2 + H2O का ऑक्सीकरण (सूर्य का प्रकाश) होता है तो एक तो मुख्य उत्पाद C6H12O6 एवं दूसरा उपउत्पाद O2 बनता है यहाँ O2 है जो H2O से ही आयी है।

C. अन्तः प्रद्रव्यी जालिका / ENDOPLASMIC RETICULAM – कोशिका विज्ञान

यह एकल झिल्ली युक्त होती है। खोजकर्ता – कीथ पोर्टर। इसे कोशिका का अंत कंकाल कहते है।

यह गोल्जिकाय के निर्माण में सहायक होता है।

D. गोल्जिकाय / GOLIGIBODY

यह एकल झिल्ली युक्त होता है। खोजकर्ता – कैमिलो गोल्जी। संरचना – सिस्टर्नी, टिब्यूल्स, रिक्तिका, वाहिका।

गोल्जिकाय की संरचनात्मक एव क्रियात्मक इकाई – सिस्टर्नी। पादप में गोल्जिकाय को डिक्तियोसोम (DICTIYOSOME) कहते हैं।

कार्य – मुख्य कार्य – स्त्रवण में सहायक। शुक्राणु में एक्रोसोम के निर्माण में सहायक। Lysosome के निर्माण में सहायक। कोशिका प्लेट के निर्माण में सहायक।

इसे MIDDLE MEN OF CELL ओर TRAFFIC MAN OF CELL भी कहते है। इसमे संरुपन तल एव परिपक्वन तल पाये जाते हैं।

E. LYSOSOME / पाचन थैली

इसे कोशिका का सफाई कर्मी भी कहते है (अपशिष्ट पदार्थों का निपटान)। यह एकल झिल्ली युक्त होता है। खोजकर्ता – D DUBE।

इसे कोशिका की आत्मघाती थैली भी कहते है। इसमे 50 प्रकार के जलअपघटनकारी एन्जाइम पाये जाते हैं।

इसमे केंसर संबंधित अनुसंधान सर्वाधिक इसी कोशिकांग पर चल रहे हैं। WBC में सर्वाधिक LYSOSOME पाया जाता है।

F. RIBOSOME

यह झिल्ली रहित कोशिकांग है। खोजकर्ता – रॉबिन्सन, ब्राउन। नामकरण – पेलाडे। संरचना – r-RNA व प्रोटीन।

कार्य – प्रोटीन संश्लेषण में सहायक। इसे प्रोटीन की फैक्ट्री या प्रोटीन का कारखाना भी कहते है।

यह कोशिका का सबसे छोटा कोशिकांग है। राइबोसोम प्रोकैरियोटिक एव यूकॅरियोटिक दोनों कोशिकाओं में पाया जाता है।

प्रोकैरियोटिक 70s = 50s व 30s

यूकैरियोटिक 80s = 60s व 40s

G. तारककाय / centrosome

खोजकर्ता – बेंडेन। नाम / शब्द दिया – T बावेरी ने। यह जंतु कोशिकाओं में उपस्थित होता है लेकिन पादप कोशिकाओं में अनुपस्थित होता है।

कार्य – कोशिका विभाजन में सहायक। तर्कु तंतुओं के निर्माण में सहायक।

प्रोकैरियोटिक कोशिका यूकैरियोटिक कोशिका

इसमे केन्द्रक कम विकसित पाया जाता है इसमे केन्द्रक अधिक विकसित पाया जाता है

कोशिकांग अनुपस्थित होते है 2. कोशिकांग उपस्थित होते हैं

राइबोसोम 70s (50s व 30s) 3. राइबोसोम 80s (60s व 40s ) पाये जाते हैं

इसमे हिस्टोन प्रोटीन उपस्थित होती 4. इसमे हिस्टोन प्रोटीन अनुपस्थित होती है

इसमे श्वसन से संबंधित संरचना MESOSOME होती है 5. इसमे श्वसन से संबंधित संरचना माइटोकांड्रिया होती है

उदाहरण – जीवाणु, नील हरित शैवाल, माइकोप्लाज्मा 6. उदाहरण – सभी पादप एवं जन्तुओ में

प्रोकैरियोटिक कोशिका और यूकैरियोटिक कोशिका

विशेषता प्रोकैरियोटिक कोशिका यूकैरियोटिक कोशिका
केन्द्रक कम विकसित पाया जाता है अधिक विकसित पाया जाता है
कोशिकांग अनुपस्थित होते है उपस्थित होते
राइबोसोम 70s (50s व 30s) 80s (60s व 40s)
हिस्टोन प्रोटीन उपस्थित होती अनुपस्थित होती
श्वसन से संबंधित संरचना MESOSOME माइटोकांड्रिया
उदाहरण जीवाणु, नील हरित शैवाल, माइकोप्लाज्मा सभी पादप एवं जन्तुओ में
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